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बिलासपुर। नगर निगम की अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अब विवादों में घिर गई है। लिंगियाडीह इलाके में एक कैंसर पीड़ित 6 साल के बच्चे की मौत के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर दिया है। परिजन मृत बच्चे का शव लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और धरने पर बैठ गए। उन्होंने नगर निगम की कार्रवाई को अमानवीय बताते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और मुआवजे की मांग की।

दरअसल, शनिचरी से अपोलो चौक तक सड़क चौड़ीकरण के तहत नगर निगम द्वारा अतिक्रमण हटाने का काम किया जा रहा है। इसी दौरान लिंगियाडीह में रहने वाले यादव परिवार का मकान भी टूट गया। परिजनों का आरोप है कि उनका बेटा कैंसर से पीड़ित था और इलाज चल रहा था, लेकिन इसके बावजूद निगम ने कोई मोहलत नहीं दी और अचानक बुलडोजर चलाकर घर का बड़ा हिस्सा तोड़ दिया।

परिजनों का कहना है कि जहां उनके मकान का करीब 200 फीट हिस्सा तोड़ा गया, वहीं आस-पास के मकानों में सिर्फ 70 फीट तक ही कार्रवाई की गई। उनका आरोप है कि यह जानबूझकर किसी रसूखदार को रास्ता देने के लिए किया गया। मकान टूटने और तनाव के माहौल में उनके बीमार बेटे की हालत और बिगड़ गई और आखिरकार उसकी मौत हो गई।

घटना के बाद इलाके में आक्रोश फैल गया और लोगों ने कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया। मामले को बढ़ता देख कलेक्टर संजय अग्रवाल ने परिजनों से मुलाकात की और मामले की जांच का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि बच्चे की मौत अतिक्रमण हटाने की वजह से नहीं, बल्कि वह पहले से ही कैंसर की आखिरी स्टेज पर था। फिर भी अगर निगम की कार्रवाई में कोई गलती हुई है तो उस पर उचित कदम उठाया जाएगा और ज़रूरत पड़ी तो सहायता भी दी जाएगी।
फिलहाल मामला गरमाया हुआ है और परिजन इंसाफ की मांग पर अड़े हुए हैं।