One bharat National news

रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजनीति में आज सुबह उस वक्त भूचाल आ गया, जब (ईडी) की टीम ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई 3 स्थित घर पर धावा बोल दिया। सुबह-सुबह 6 गाड़ियों में आए ईडी के अफसरों ने बघेल के आवास पर कार्रवाई शुरू की, जिससे हड़कंप मच गया। इस दौरान ईडी ने भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को शराब घोटाले के मामले में हिरासत में ले लिया। जैसे ही यह खबर विधानसभा पहुंची, हंगामा मच गया और कार्यवाही के बीच शोरगुल शुरू हो गया।

पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने इस कार्रवाई को बदले की राजनीति बताया है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए अपनी भड़ास निकाली और आरोप लगाया कि जब भी अडानी का मामला उठाया जाता है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ईडी की कार्रवाई करवा देते हैं।
बघेल ने साफ कहा कि वह इस दबाव के आगे ना तो टूटेंगे और ना ही झुकेंगे, बल्कि लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया कि पूरे देश में विपक्षी नेताओं पर ऐसी कार्रवाई की जा रही है।

भिलाई स्थित अपने आवास के बाहर संवाददाताओं से आज बात करते हुए बघेल ने आरोप लगाया एक तरफ बिहार में निर्वाचन आयोग की मदद से मतदाताओं के नाम (मतदाता सूची से) हटाए जा रहे हैं … प्रजातंत्र का चीरहरण किया जा रहा है। दूसरी तरफ विपक्षी नेताओं को दबाने के लिए ईडी, आईटी, सीबीआई, डीआरआई का दुरुपयोग किया जा रहा है। लेकिन अब देश की जनता समझ गई है और अच्छी तरह से जागरूक है।
अपने बेटे चैतन्य की सालगिरह वाले दिन हुई छापेमारी के समय पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, ”मेरे जन्मदिन परमेरे सलाहकार और दो ओएसडी के घरों पर ईडी भेजी थी और अब मेरे बेटे चैतन्य के जन्मदिन पर मेरे घर पर ईडी की टीम छापामारी कर रही है इन तोहफों का धन्यवाद। ताउम्र याद रहेगा।
फिलहाल, इस कार्रवाई के बाद प्रदेश की राजनीति में जबरदस्त हलचल है। शराब घोटाले को लेकर पहले से ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी था, लेकिन अब भूपेश बघेल के बेटे की गिरफ्तारी से यह मामला और गरमा गया है। विधानसभा में विपक्ष का हंगामा साफ दिखा रहा है कि यह मुद्दा अभी और लंबा खिंचेगा।