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अरपा नदी तट पर निर्माणाधीन सड़क को लेकर कांग्रेस ने सरकार से बड़ा सवाल पूछा है। जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष विजय केशवानी ने शुक्रवार को अधूरी सड़क के बीच आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि अरपा तट पर बनाई जा रही यह सड़क न जनता की मांग थी, न किसी घोषित योजना का हिस्सा। पहली नजर में यह स्पष्ट लगता है कि सड़क किसी खास हित समूह को लाभ पहुंचाने के लिए बनाई जा रही है, उन्होंने कहा। आकलन के अनुसार इस निर्माण में 50 से 70 करोड़ रुपये तक की गड़बड़ी की आशंका जताई गई है।

केशवानी ने कहा कि जब शहर के वार्डों और मुख्य सड़कों की हालत बदतर है, मोपका मार्ग जर्जर है और शहर वर्षों से सड़क संकट झेल रहा है—तब सुनसान अरपा तट पर करोड़ों रुपये खर्च करना जनता के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा कि यह सड़क आगे जाकर निजी जमीन पर समाप्त हो जाती है, जिससे यह संदेह और गहरा हो जाता है कि यह परियोजना “जन–हित” के लिए नहीं, बल्कि “विशेष–हित” के लिए तैयार की गई।

कांग्रेस ने कहा कि इस पूरे निर्माण की जानकारी क्षेत्र के स्थानीय विधायक को भी थी। इसके बावजूद उन्होंने इस मामले को गंभीरता से संज्ञान में क्यों नहीं लिया, यह बड़ा सवाल है। यदि उन्हें जानकारी थी तो उन्होंने निर्माण रुकवाने, जांच कराने या सरकार को सही स्थिति बताने की कोशिश क्यों नहीं की? उनकी चुप्पी ही संदेह पैदा करती है,” केशवानी ने कहा।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सड़क निर्माण प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती गई, न DPR सार्वजनिक किया गया, न जन–सुनवाई हुई, और न ही पर्यावरणीय नियमों का पालन दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि यह पूरा प्रोजेक्ट “फाइलों में दबाकर, जनता से छिपाकर और दबाव में” आगे बढ़ाया गया, जिसकी विस्तृत जांच आवश्यक है।

विजय केशवानी ने घोषणा की कि शनिवार को दोपहर 1 बजे मोपका की जर्जर सड़क पर कांग्रेस का धरना प्रदर्शन होगा, जिसमें सरकार से जवाब मांगेंगे। उन्होंने कहा, “हम सिर्फ धरना नहीं देंगे — इस पूरे घोटाले को विधानसभा तक ले जाएंगे और भ्रष्टाचारियों को बेनकाब करेंगे। जनता के पैसे की लूट बर्दाश्त नहीं की जाएगी।