बिलासपुर पटाखा दुकान और गोदाम में लगी भीषण आग, आसपास में मचा हड़कम, घंटों मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू…

संवाददाता रमेश गोयल की रिपोर्ट

बिलासपुर। शहर के तोरवा क्षेत्र के फटका गोदाम में आग लगने से पूरा इलाका धमाकों से दहलता रहा। अचानक लगी आग से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल था। ढाई से तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। लेकिन शाम के चार बजे तक दुकान के अंदर से धुंआ उठता रहा।

मंगलवार की सुबह शहर में आम दिनों की तरह जन जीवन सामान्य चल रहा था। व्यापारी अपना दुकान खोलकर ग्राहकों के इंतजार में थे। तोरवा थाना क्षेत्र में भी यही सब चल रहा था। तभी जगमल चौक से तोरवा की ओर जाने वाली सड़क में कुछ ही दूर एक फटाका गोदाम में लोगों ने धुंआ उठता हुआ देखा। दुकान संचालक कुछ समझ पाता इसके पहले वहां फटाको के धमाके सुनाई देने लगे और देखते ही देखते आग का गुबार उठने लगा। दुकान संचालक चिल्लाते हुए बाहर निकला और पूरा इलाका दहशत में आ गया। किसी ने जल्द ही पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। जब तक घटना स्थल पर दमकल की गाडियां पहुंची तब तक आग की लपटें और धुएं का गुबार 50 फिट ऊपर तक उठ रही थी। दुकान के अंदर से धमाकों की आवाज आती रही और आग भड़कता रहा। आग की लपटें दूर-दूर तक दिख रही थी। आग की लपटों को देख लोगों की भीड़ जुट गई। पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए तोरवा चौक से जगमल चौक वाली सड़क को ब्लॉक कर दिया है। बड़ी संख्या में पुलिस और एसडीएफआर की टीम के सदस्य मौके पर पहुंच गए। इसके बाद दमकल की गाडियां दुकान के अंदर पानी डालना शुरू किया। एक के बाद एक कई गाड़ियों से पानी डालने के बाद आग लपटे उठनी बंद हुई और घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। इसके बाद भी शाम चार बजे के बाद दुकान के अंदर से धुंआ उठती रही। बताया जा रहा है कि जगमल चौक के पास मेन रोड में फटाका दुकान और गोदाम पिछले कई साल से संचालित है। दुकान को केवल कम आवाज वाली फटाके रखने की इजाजत है लेकिन वहां पर तेज आवाज वाली फटाके रखकर बेचा जा रहा था। दुकान का संचालन सोनू सतलेचा और संदीप सतलेजा का दावा है की दुकान और गोदाम के लिए उनके पास लाइसेंस है। लेकिन दुकान में आग पर काबू पाने के लिए क्या व्यवस्था थी ? इस पर दुकान संचालक कोई जवाब नही दे सके।

बैंक और पुस्तक दुकान में लग सकती थी आग
जिस दुकान में आग लगी है उसके एक तरफ पुस्तक दुकान है तो दूसरी तरफ एक्सिस बैंक है। जब आग लगी तो दोनो खुली हुई थी। आग लगते ही बैंक में अफरातफरी मच गई। कर्मचारी बैंक छोड़कर बाहर निकल आए थे। हालांकि फायर ब्रिगेड की टीम के तत्काल मौके पर पहुंचने के कारण आजू-बाजू में आग नहीं फैल पाई। यदि दमकल को आने में देरी होती तो पुस्तक दुकान और बैंक दोनो आग की चपेट में आ सकते थे।