एक अद्वितीय विकास में, भारत ने प्रदूषणहीन और स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों की दिशा में 100 जीडबी (GW) की सीमा पार की है, जो देश की पर्यावरणीय और स्वच्छ ऊर्जा की कीमतों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह मील का पत्थर दिखाता है कि भारत जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने और हरित और अधिक सतत भविष्य की दिशा में कदम से कदम मिलाकर बढ़ रहा है।
मंत्रालय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा (एमएनआरई) ने आज इस घोषणा की, जिसमें देश भर में नवीन ऊर्जा को हरने में की गई अद्वितीय प्रगति को बताया गया। 100 जीडबी की मील का पत्थर शौर्य, हवा, जल और अन्य नवीन स्रोतों का विविध मिश्रण शामिल है, जिससे भारत का स्वच्छ ऊर्जा समाधान दिखाई देता है।