सावन का पवित्र महीने में.. बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक और क्रेडा अध्यक्ष भूपेंद्र सावन्नी हर साल की तरह इस साल भी बाबा बैजनाथ धाम, मां काली, मां कामाख्या के दर्शन के लिए निकले…

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बिलासपुर- सावन का पवित्र महीना चल रहा है भक्तों का जत्था दर्शन के लिये निकल रहा है चारों तरफ बोलबम के जयकारों से गूंज उठा है कांवड़ियों के कदम, और आस्था से भरा सफर… बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक और क्रेडा अध्यक्ष भूपेंद्र सावन्नी भी हर साल की तरह इस बार बाबा बैजनाथ धाम, कोलकाता की मां काली और गुवाहाटी की मां कामाख्या के दर्शन के लिए निकले। इस धार्मिक यात्रा में दोनों ने प्रदेश की सुख-शांति, समृद्धि और उन्नति के लिए विशेष प्रार्थना की। सावन में बोलबम यात्रा का विशेष महत्व है। इसी कड़ी में विधायक धरमलाल कौशिक और क्रेडा अध्यक्ष भूपेंद्र सावन्नी ने बाबा बैजनाथ के पवित्र दरबार में गंगाजल चढ़ाया और प्रदेशवासियों के जीवन में खुशहाली व समृद्धि की प्रार्थना की। दोनों ने कहा कि यह यात्रा केवल व्यक्तिगत श्रद्धा नहीं, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए आशीर्वाद लेने का एक माध्यम है।धरमलाल कौशिक ने कहा कि सावन का महीना शिवभक्तों के लिए आस्था और विश्वास का प्रतीक है। जिस तरह बोलबम यात्री सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर जल अर्पित करते हैं, उसी तरह वे भी हर साल इस धार्मिक सफर पर निकलते हैं ताकि प्रदेश में सुख-शांति का संचार हो। वहीं भूपेंद्र सावन्नी ने कहा कि यह यात्रा ऊर्जा और सकारात्मकता का अद्भुत संगम है, जो समाज को एकजुट करती है।बाबा बैजनाथ धाम के दर्शन के बाद दोनों नेता कोलकाता पहुंचे, जहां मां काली के चरणों में मत्था टेका गया। उन्होंने कहा कि मां काली की शक्ति और आशीर्वाद से प्रदेश में बुराइयों का अंत और अच्छाइयों का विस्तार होगा। इसके बाद यात्रा का अगला पड़ाव गुवाहाटी का प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर रहा, जहां शक्ति पीठ में प्रदेश की प्रगति की कामना की गई।कौशिक और सावन्नी ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ लगातार विकास के पथ पर अग्रसर है और इसमें ईश्वर की कृपा के साथ-साथ जनता की मेहनत और सरकार की नीतियों का योगदान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में गरीबों के कल्याण के लिए कई योजनाएं सफलतापूर्वक चल रही हैं।धरमलाल कौशिक ने बताया कि पिछले वर्षों में करीब 26 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। अब किसी के पास अन्न की कमी नहीं है, इलाज और पढ़ाई के लिए भी बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हैं। भूपेंद्र सावन्नी ने कहा कि यह ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र और केंद्र-राज्य की संयुक्त प्रतिबद्धता का परिणाम है, जिसे और आगे बढ़ाना उनका संकल्प है।यात्रा में समाज के कई लोग, सहयोगी और क्षेत्रवासी भी उनके साथ शामिल हुए। कांवड़ियों के बोलबम के जयकारे, मंदिरों की घंटियों की गूंज और भक्तिभाव से भरे माहौल ने इसे और खास बना दिया। कौशिक और सावन्नी ने कहा कि जैसे पंजाब, गुजरात और हरियाणा ने विकास की नई ऊंचाइयां छुई हैं, उसी राह पर छत्तीसगढ़ भी मजबूती से आगे बढ़ रहा है और सावन का यह आशीर्वाद उसे नई ऊर्जा देगा।

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